Thursday, 30 June 2016

सतोपन्थ ट्रैक (भाग ३) - जोशीमठ से वसुधारा

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सतोपन्थ यात्रा (भाग ३) - जोशीमठ से वसुधारा


रात को सोने से पूर्व बाकी साथियों से बात हुई थी तो उनको कहा था कि सुबह दस बजे तक बद्रीनाथ पहुँच जाऊंगा। पिछले ३६ घण्टे से सोया ना होना और सफ़र की थकावट की वजह से सुबह आठ बजे आँख खुली। सुमित को उठाया तो उठ नहीं रहा था। फिर प्रवचन दिया कि तू क्या यहाँ सोने आ रखा है ? सुबह-सुबह के मेरे प्रवचनों से बचने का उसके पास जो सबसे अच्छा उपाय वो अपना सकता था, वही उसने अपनाया। बड़बड़ाते हुए उठ कर बाथरूम में घुस गया।

Monday, 27 June 2016

सतोपन्थ ट्रैक - (भाग २)- दिल्ली से जोशीमठ


सफ़र में जब पूरी मण्डली साथ हो तो हँसी मजाक और ठहाकों का दौर ना चले ऐसा हो नहीं सकता। सभी मित्र दो-दो की सीट में एक साथ बैठे थे, सिर्फ विकास अकेला बैठा था। विकास के साथ वाली सीट पर एक सुन्दर कन्या उसके साथ आकर बैठ गयी। सभी विकास की किस्मत से जल भुन गए। पूरे रास्ते अपनी भड़ास उसकी टांग खिंचाई करके निकालते रहे। 

Friday, 24 June 2016

सतोपन्थ ट्रैक :- आयोजन और तैयारियाँ




सतोपन्थ, ये नाम प्रकृति प्रेमियों के साथ-साथ धार्मिक यात्रियों को बरबस अपनी ओर खींचता रहता है। समुद्र तल से ४३०० मीटर की ऊँचाई पर स्थित इस पवित्र झील को देखने व् इसमें स्नान करने हेतु प्रति वर्ष कई ट्रैकर और श्रद्धालु यहाँ तक आ पहुँचते हैं। पुराणों के अनुसार महाभारत युद्ध के पश्चात पाण्डव अपनी अन्तिम यात्रा पर इसी मार्ग से होकर गुजरे थे। एक-एक कर पाण्डव देह त्याग करते रहे। अन्त में धर्मराज युधिष्टिर ही स्वान के साथ पुष्पक विमान पर सवार होकर सशरीर स्वर्ग गए। इस ट्रैक पर आधारित T- Series की एक C.D. मार्किट में बहुत प्रचलित है।